अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम :History Of Arun Jaitley Stadium
Cricket / by robal singhklgyjg / 60 views
अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम का इतिहास?
जब अंग्रेजों का हमारे देश पर शासन चलता था तब ब्रिटिश काल में फिरोज शाह कोटला के मैदान का निर्माण हुआ था। इस स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड टीम के बीच साल 1926 में पहला टेस्ट मैच खेला गया था तब भारत ने इंग्लैंड को हराया था। 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से हमारा देश स्वतंत्र हुआ था और 1948 में भारत की आजादी के बाद स्टेडियम का नाम फिरोज साह कोटला स्टेडियम रखा गया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रहे फिरोज शाह तुगाक के सम्मान में इस स्टेडियम का नाम बदलकर फिरोज शाह कोटला स्टेडियम कर दिया गया। इस स्टेडियम का नवीनकरण सन 1983 में हुआ था, जिसमें दर्शकों की बैठने की क्षमता 40,000 तक बढ़ गई। 2011 क्रिकेट विश्वकप की मेजबानी भी इसी कोटला स्टेडियम में थी। अरुण जेटली जी के निधन के बाद इस स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली स्टेडियम कर दिया गया। अरुण जेटली जी भारत के पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड BCCI के पूर्व अध्यक्ष भी थे।
1974 में इंग्लैंड और भारत के बीच चल रहे टेस्ट क्रिकेट में बिशन सिंह बेदी ने 14 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया था, बिसन सिंह बेदी जी भारतीय टीम के लेफ्ट आर्म गेंदबाज रहे हैं इन्होने कुल 67 टेस्ट खेले हैं जिनमें 266 विकेट लिए और इन्होने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 22 टेस्ट मैच में कप्तानी भी की है। कपिल देव ने फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में चल रहे वेस्टइंडीज और भारत के बीच टेस्ट क्रिकेट में 175 रन बनाकर एक कीर्तिमान हासिल किया था। कपिल देव ने 1983 में भारतीय टीम को वर्ल्ड कप भी जितवाया था|2001 में सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय में अपना पहला शतक भी इसी मैदान पर जड़ा था।
2019 में अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम का नवीनीकरन किया गया और इसका नाम बादलकर अरुण जेटली स्टेडियम
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